Friday, January 15, 2021

रावण संहिता के उपाय चमका सकते हैं आपका भाग्य

       राक्षस कुल में जन्मने के बावजूद रावण प्रकांड विद्वान व शास्त्रों का ज्ञाता था। ज्योतिष और तंत्र शास्त्र में भी वह पारंगत था। उसने रावण संहिता नामक ज्योतिष के अनुपम ग्रंथ की रचना की थी। रावण संहिता में और तंत्र शास्त्र के माध्यम से भविष्य को जानने के कई रहस्य बताए गए हैं। इसके अलावा रावण संहिता में बुरे समय को बदलने और भाग्य चमकाने के कई चमत्कारी तांत्रिक उपाय भी बताए गये हैं। इन उपायों को अपना कर व्यक्ति अपने भाग्य को चमका सकता है। 

रावण संहिता में बताये गये भाग्य बदलने और धन प्राप्ति के उपाय अचूक और फलदायक हैं ऐसी लोगों की मान्यता है। यहां हम कुछ ऐसे उपायों का उल्लेख कर रहे हैं जिनसे दुर्भाग्य का अंत और सौभाग्य का प्रारंभ हो सकता है। धन- प्राप्ति से जुड़ी समस्याएं भी रावण संहिता के उपायों से मिट जाती हैं ऐसा ज्योतिष के ज्ञाताओं का मत है। आइए अब हम आपको ये उपाय बताते हैं।

 धन प्राप्ति करने के लिए यह उपाय करें-किसी भी शुभ मुहूर्त में या किसी शुभ दिन सुबह जल्दी उठें।  नित्यकर्मों से निवृत्त हो पवित्र नदी या जलाशय के किनारे जाएं। किसी शांत एवं एकांत स्थान पर वट वृक्ष के नीचे चमड़े का आसन बिछाएं। आसन पर बैठ कर धन प्राप्ति के इस मंत्र का जप करें।

ऊँ ह्रीं श्रीं क्लीं नम: ध्व: ध्व: स्वाहा।

* इस मंत्र का जप 21 दिनों तक करना है। मंत्र जप के लिए रुद्राक्ष की माला का प्रयोग करें। 21 दिनों में अधिक से अधिक संख्या में मंत्र जप करें इससे यह मंत्र सिद्ध हो जाएगा और धन प्राप्ति की आपकी इच्छा पूरी हो सकेगी। 

* अगर धन प्राप्त में लगातार रुकावटें आ रही हों तो यह उपाय 40 दिन यह उपाय करना चाहिए। इसे घर में रह कर ही किया जा सकता है। धन प्राप्ति मंत्र का जप करना चाहिए। प्रतिदिन 108 बार इस मंत्र का जाप करना चाहिए।

मंत्र यह है: ऊँ सरस्वती ईश्वरी भगवती माता क्रां क्लीं, श्रीं श्रीं मम धनं देहि फट् स्वाहा।

इस मंत्र का जप नियमित रूप से करने पर कुछ ही दिनों महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त होगी और आपके धन प्राप्ति की राह की रुकावटें दूर होने लगेंगी।

लक्ष्मी की कृपा तुरंत प्राप्त करने के लिए यह तांत्रिक उपाय करें।

किसी शुभ मुहूर्त जैसे दीपावली, अक्षय तृतीया, होली आदि की रात यह उपाय किया जाना चाहिए। दीपावली की रात में यह उपाय श्रेष्ठ फल देता है। इस उपाय के अनुसार दीपावली की रात कुमकुम या अष्टगंध से थाली पर यहां दिया गया मंत्र लिखें।

मंत्र: ऊँ ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्मी, महासरस्वती ममगृहे आगच्छ-आगच्छ ह्रीं नम:।

इस मंत्र का जाप भी करना चाहिए। किसी साफ एवं स्वच्छ आसन पर बैठकर रुद्राक्ष की माला या कमल गट्टे की माला के साथ मंत्र जप करें। मंत्र जप की संख्या कम से कम 108 होनी चाहिए। इस उपाय से आप महालक्ष्मी की कृपा होगी।

* धन प्राप्ति के लिए दीपावली के दिन यह उपाय कर सकते हैं। रात में विधि-विधान से महालक्ष्मी का पूजन करें। पूजन के बाद सो जाएं और सुबह जल्दी उठें। नींद से जागने के बाद पलंग में बैठे-बैठे ही इस मंत्र का जाप 108 बार करें।

मंत्र : ऊँ नमो भगवती पद्म पदमावी ऊँ ह्रीं ऊँ ऊँ पूर्वाय दक्षिणाय उत्तराय आष पूरय सर्वजन वश्य कुरु कुरु स्वाहा।

शय्या पर मंत्र जप करने के बाद दसों दिशाओं में दस-दस बार फूंक मारें। इस उपाय से धन की प्राप्ति होगी।

* देवताओं के कोषाध्यक्ष कुबेर को प्रसन्न करने और उनकी कृपा पाने के लिए आप यह उपाय कर सकते हैं।

इसके लिए आपको एक मंत्र का जप तीन माह तक करना चाहिए। प्रतिदिन 108 बार इस मंत्र का जाप करना चाहिए।

मंत्र : ऊँ यक्षाय कुबेराय वैश्रवाणाय, धन धन्याधिपतये धन धान्य समृद्धि मे देहि दापय स्वाहा।

मंत्र कका जाप करते समय अपने पास धनलक्ष्मी कौड़ी रखें। जब तीन माह हो जाएं तो यह कौड़ी अपनी तिजोरी में या जहां आप पैसा रखते हैं वहां रख दें। यह उपाय कर लेने जीवन भर आपको धन की कमी नहीं होगी।

 रावण यह भलिभांति जानता था कि मंत्रों में बेहद शक्ति होती है। मंत्र जाप से ही रावण ने भगवान शिव को प्रसन्न कर लिया था। 



 रावण संहिता में दूर्वा को बेहद ही चमत्कारी माना गया है। धन प्राप्ति के लिए दूध में दूर्वा घास को घिस कर माथे पर तिलक करने से धन की प्राप्ति होती है।

* अपामार्ग (लटजीरा) के बीज को बकरी के दूध में मिलाकर पीस लें, लेप बना लें। इस लेप को लगाने से व्यक्ति का समाज में आकर्षण काफी बढ़ जाता है। सभी लोग इनके कहे को मानते हैं।

इस मंत्र से होगी धन-दौलत में बढ़ोतरी

धन दौलत की प्राप्ति ।मंत्र- 'ॐ नमो विघ्नविनाशाय निधि दर्शन कुरु कुरु स्वाहा।' इस मंत्र से खोया धन प्राप्त होता है और धन में निरंतर वृद्धि होती है। 

प्रातःकाल स्नान ध्यान करके बरगद (बट) के पेड़ के नीचे आसन बिछा कर 'ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं नम: ध्व: ध्व: स्वाहा' इस मंत्र का 1100 बार जप करें। जप के लिए रुद्राक्ष की माला का उपयोग करें। 21 दिनों तक ऐसा करने से मंत्र सिद्ध हो जाता है और धन प्राप्ति के रास्ते खुल जाते हैं।

*आमदनी बढ़ाने के लिए जपें यह मंत्र 

आपकी आय में बार-बार बाधा आती रहती हो तो संध्या के समय नियमित रूप से 40 दिनों तक 'ॐ सरस्वती ईश्वरी भगवती माता क्रां क्लीं, श्रीं श्रीं मम धनं देहि फट् स्वाहा।' मंत्र का जप करें।

*मां लक्ष्मी को मनाने के लिए जपें यह मंत्र जपें 

'ॐ  ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्मी, महासरस्वती ममगृहे आगच्छ-आगच्छ ह्रीं नम:।' इस मंत्र का जप अक्षय तृतीया, होली या दीपावली की रात करने से धन प्राप्ति के मार्ग खुल जाते हैं।

* किसी शुक्रवार को सवा सौ ग्राम बासमती चावल और सवा सौ ग्राम मिश्री को एक सफेद रुमाल में बांध कर मां लक्ष्मी से अपने घर में हमेशा बने रहने की प्रार्थना करें. इसी के साथ उनसे अपनी भूल चूक की माफी मांग लें. इसके बाद रुमाल को ले जाकर किसी साफ, शुद्ध बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें.

* किसी भी चौराहे पर खड़े होकर काली मिर्च के 5 दाने अपने सिर पर से 7 बार घुमा कर 4 दाने चारों दिशाओं में और एक दाना आकाश की ओर उछाल दें। इससे अकस्मात् धन लाभ होगा।

धन प्राप्ति में बार-बार रुकावटों का सामना कर रहे लोगों को लगातार 40 दिनों तक मंत्र का जाप करना चाहिए।

ॐ सरस्वती ईश्वरी भगवती माता क्रां क्लीं श्रीं श्रीं मम धनं देहि फट् स्वाहा

यह महालक्ष्मी से संबंधित मंत्र है तथा यह माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने वाला तांत्रिक उपाय है. इस मन्त्र का नियमित जाप मात्र कुछ ही दिनों में आपके धन से संबंधित सभी समस्याओं का समाधान कर देगा।


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